शुक्रवार, 11 सितंबर 2015

गीता में लिखा है की ........

गीता में लिखा है की ........
अगर कोई इन्सान
बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है
अगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर से
वो बहुत उदास है
अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और
रोता नही , तो वो
अंदर से बहुत कमजोर है
अगर कोई जरा जरा सी
बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल
का है
अगर कोई हर बात पर
नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला
और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है
लोगों को समझने की कोशिश कीजिये ,जिन्दगी
किसी का इंतज़ार नही करती , लोगों को एहसास
कराइए की वो आप के लिए कितने खास है!!!
1. अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,, तरीके
बदलो....., ईरादे नही..
2. जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-
मार के परेशान ना हो...... गाडी से उतरकर थोड़ा
नाच लें..., मन शान्त होगा।
टाइम तो उतना लगना ही है..!
3. इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए,
इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए
इंसान गिर चूका है...
सत्य वचन....
4. रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,, प्रार्थना नहीं करो
तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना
जरूर करना,,, शायद कोई
जिन्दगी बच जाये
5. जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी,
नही हार सकता..!
6. बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती...
जितनी धोखा खाने से आती है.....!
7. एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये,,,
आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के
लिए सबसे बड़ी सजा है....!
8. खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग
हमेशा खूबसूरत नहीं होते...!
9. रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं... कभी
रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी
रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...!
10. बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना
जाता है,,,, वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी
लिखी होती है...!
11. दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,, बस
होसला और मेहनत की जरूरत है...l
पहले मैं होशियार थl, इसलिए दुनिया बदलने चला
था,,, आज मैं मझदार हूँ, इसलिए खुद को बदल रहा हूँ...।।
दोस्तो आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी हमे जरूर
बताये और ज्यादा से ज्यादा शेयर करके अपने दोस्तो
को भी पढवाये॥

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें