गुरुवार, 10 सितंबर 2015

"ICE"(In Case of Emergency /आपात स्थिति के समय)

हम सभी हमारे मोबाइल की मेमोरी में नाम के साथ नम्बर दर्ज करते हैं किंतु हमारे अलावा कोई नहीं जानता कि इनमें से कौनसा नम्बर हमारे परिवार के सदस्य अथवा नजदीकी रिश्तेदार या मित्र का है।
यदि हम दुर्घटना ग्रस्त हो जाय या अचानक बीमार पड़ जायें तो जो व्यक्ति हमें अस्पताल पहुँचाता है, उसके पास हमारा मोबाइल फोन तो है परंतु वह यह नहीं जानता कि किसे फोन किया जाय ?मोबाइल में सैकड़ों नम्बर दर्ज है किंतु आपात स्थिति(Emergency) में किससे सम्पर्क किया जाय ? अतः"ICE"(In Case of Emergency /आपात स्थिति के समय) की परिकल्पना की गई ।
"ICE" की संकल्पना आपात स्थिति (Emergency)में तुरंत सम्पर्क स्थापित करने की विधा है ।जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा मोबाइल फोन रखता है।आपको चाहिए कि आपात स्थिति (Emergency)में जिससे तुरंत सम्पर्क करना चाहिए, उसका फोन नंबर "ICE"(In Case of Emergency) के साथ दर्ज करें।
यह विचार एक चिकित्साकर्मी के दिमाग में आया जिसने अनुभव किया कि जब भी वह दुर्घटना स्थल पर पहुंचा, दुर्घटना ग्रस्त अथवा बीमार व्यक्ति के पास मोबाइल फोन तो होता है पर यह पता नहीं चल पाता था कि किससे तुरंत सम्पर्क कर सूचना दी जाय।इस कारण उसने विचार किया कि यदि ऐसी स्थिति हेतु राष्ट्रीय स्तर पर मान्य एक शब्द की संकल्पना की जाय तो आपात कालीन स्थितियों में आपात सेवा देने वाले व्यक्ति या चिकित्साकर्मी, आपके द्वारा "ICE " के साथ दर्ज किए गए नंबर पर, उचित व्यक्ति से तुरंत सम्पर्क स्थापित करने में सक्षम होंगे।
आज ही अपने मोबाइल फोन में आपात स्थिति में सम्पर्क हेतु "ICE "  के साथ नम्बर दर्ज कर इस विचार धारा को विस्तारित करें।
उदाहरणार्थ;
नाम : ICE Deepak
नंबर : +91 xxxxx xxxxx
आवश्यक हो तो,  आपात स्थिति हेतु एक से अधिक व्यक्तियों के नाम भी ICE 1, ICE 2, ICE 3 के साथ दर्ज किए जा सकते हैं।
एक उत्तम विचार बहुत बड़ा बदलाव लायेगा।✌
कृपया इसे अपने प्रियजनों और मित्रों को भेजिए, यह वास्तव में किसी का जीवन बचाने में सहायक सिद्ध होगा।
☝याद रखिए जब आप बोलने में असमर्थ होंगे, " ICE "आपके लिए बोलेगा।

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