मंगलवार, 8 सितंबर 2015

Sardar par jokes क्यों न मारें

कुछ दोस्त मिलकर दिल्ली घूमने का Program बनाते हैऔर रेलवे स्टेशन से बाहर निकलकर एक आटो रिक्शाकिराए पर लेते है..!उस आटो रिक्शा का Driver बुढ्ढा सरदार था..यात्रा के दौरान बच्चो को मस्ती सूझती है और सबदोस्त मिलकर बारी-बारी सरदार पर बने Jokes कोएक दुसरे को सुनाते है..!उनका मकसद उस Driver को चिढाना था. लेकिन वोसरदार चिढना तो दूर, उनके साथ हर Joke पर हस रहाथा.. सब साईट सीन को देख वापस Station आ जाते हैऔर तय किया किराया उस सरदार को चुकाते है..!सरदार भी वो पैसे ले लेता है.. पर हर बच्चेको अपनी और से एक-एक रूपया हाथ में देता है, एकलड़का बोलता है - बाबा जी हम सुबह से आपके धर्म परJoke मार रहे है आप गुस्सा तो दूर पर हमारे साथ हँस रहेथे और जब ये यात्रा पूरी हो गई आप हर लडके को प्यारसे एक-एक रूपया दे रहे है ऐसा क्यों ??...सरदार बोला - बच्चो आप अभी जवान हो, आपकानया खून है, आप मस्ती नहीं करोगेतो कौन करेगा ? लेकिन मैने आपको एक-एक रूपयाइसलिए दिया कि जबवापस आप अपने-अपने शहर जाओगे.. तो ये रूपया आप उससरदार को दे देना जो रास्ते में भीख मांग रहा हो..!इस बात को पूरे 3 साल हो गए है और जितने लडकेदिल्ली घूमने गए थे सब के पास वो एक रुपये कासिक्का आज भी जेब में पड़ाहै.. उन्हें कोई सरदार भीख मांगता नहीं दिखा..।वह Dhaaba, Garrage खोलेगा.. Truck चलाएगालेकिन भीख नहीं माँगेगा । उनकी आबादी देश कीआबादी की मात्र 1.4% हैं पर टोटल tax में उनकाहिस्सा 35% का है औरसेना में भी 50000 से भी अधिक हैं। उनके लंगरों मेंखाना खाने वालो की जाति और धर्म नहीं पूछाजाता..!अल्पसंख्यक हैं पर अपने लिए आरक्षण नहीं माँगतेस्वंत्रता आन्दोलन में सबसे अधिक अपने बेटो को खोयाहैं पर कभी बदले में कुछ माँगा नहीं.. क्या बाकी के धर्मवाले उनसे कुछ सीखेंगे ??किसी भी सरदार पर भददा Joke करने से पहले एक बारये जरुर सोच लेना कि.. देश के लिएअपनी जवानी कोदावं पर लगा देने वाले शहीद भगत सिंह भी एक सरदारथे..

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें